स्कंदमाता स्तोत्र | Skandamata Stotram PDF in Sanskrit

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Skandamata Stotram PDF in Sanskrit: अगर आप स्कंदमाता स्तोत्र PDF डाउनलोड करना चाहते है तो आप बिलकुल सही पोस्ट में आये है| इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ सम्पूर्ण स्कंदमाता स्तोत्र को पीडीऍफ़ के फॉर्मेट में शेयर करेंगे|

सत्य सनातन धर्म में स्कंदमाता स्तोत्र का पाठ करना बहुत ही शुभकारी माना जाता है इसीलिए अगर आप सनातन धर्म में अपना आस्था रखते है तो आपको स्कंदमाता स्तोत्र स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए|

स्कंदमाता स्तोत्र

ऐसा कहा जाता है कि स्कंदमाता का पूजा करने से मन ही सभी इच्छाएं पूर्ण होती है लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए कि स्कंदमाता का पूजा करके अगर आप लालच से कुछ ऐसा इच्छा रखते है जो स्वार्थ को दर्शाता है वह कभी पूरा नहीं होता है|

लेकिन अगर आप किसी परेशनी में अथवा ऐसी इच्छाएं है जो आपकी जीवन के लिए बहुत जरुरी है, तो ऐसी स्थिति में स्कंदमाता का पूजा करने से आपको बहुत लाभ मिलता है और आपको इच्छाएं अवश्य पूरा होती है|

स्कंदमाता की पूजा उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत के हिन्दू परिवारों में भी होता है| अगर आप अपने लिए एक खुशहाल जीवन का प्रार्थना करते है तो आपको स्कंदमाता की पूजा अवश्य करनी चाहिए|

स्कंदमाता स्तोत्र
नमामि स्कन्दमाता स्कन्दधारिणीम्।
समग्रतत्वसागररमपारपार गहराम्॥

शिवाप्रभा समुज्वलां स्फुच्छशागशेखराम्।
ललाटरत्नभास्करां जगत्प्रीन्तिभास्कराम्॥

महेन्द्रकश्यपार्चिता सनंतकुमाररसस्तुताम्।
सुरासुरेन्द्रवन्दिता यथार्थनिर्मलादभुताम्॥

अतर्क्यरोचिरूविजां विकार दोषवर्जिताम्।
मुमुक्षुभिर्विचिन्तता विशेषतत्वमुचिताम्॥

नानालंकार भूषितां मृगेन्द्रवाहनाग्रजाम्।
सुशुध्दतत्वतोषणां त्रिवेन्दमारभुषताम्॥

सुधार्मिकौपकारिणी सुरेन्द्रकौरिघातिनीम्।
शुभां पुष्पमालिनी सुकर्णकल्पशाखिनीम्॥

तमोन्धकारयामिनी शिवस्वभाव कामिनीम्।
सहस्त्र्सूर्यराजिका धनज्ज्योगकारिकाम्॥

सुशुध्द काल कन्दला सुभडवृन्दमजुल्लाम्।
प्रजायिनी प्रजावति नमामि मातरं सतीम्॥

स्वकर्मकारिणी गति हरिप्रयाच पार्वतीम्।
अनन्तशक्ति कान्तिदां यशोअर्थभुक्तिमुक्तिदाम्॥

पुनःपुनर्जगद्वितां नमाम्यहं सुरार्चिताम्।
जयेश्वरि त्रिलोचने प्रसीद देवीपाहिमाम्॥

PDF Name: स्कंदमाता स्तोत्र PDF
PDF Size: 535 KB
Category: Religious
Quality: Excellent
Language: Hindi and Sanskrit

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