मौर्य वंश का इतिहास | History of Maurya Dynasty PDF in Hindi
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मौर्य वंश का इतिहास
मौर्य वंश भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली वंश था, जो भारत में अपने विस्तारक साम्राज्य के लिए प्रसिद्ध है। यह वंश एक प्राचीन भारतीय साम्राज्य का संस्थापक, चंद्रगुप्त मौर्य के नेतृत्व में उच्चकोटि की सत्ता प्राप्त करता है।
मौर्य वंश का आरंभ वर्तमान बिहार राज्य के उत्तर प्रदेश में स्थित मगध नामक स्थान पर हुआ। चंद्रगुप्त मौर्य ने वर्ष 321 ईसा पूर्व में नंद वंशी सम्राट धाननंद को हराकर मगध साम्राज्य का शासक बना।
चंद्रगुप्त के पुत्र बिंदुसार और पोता अशोक ने भी साम्राज्य के विस्तार और संगठन में योगदान किया।
मौर्य साम्राज्य की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि राजा अशोक के शासनकाल में हुई, जिसने भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अशोक ने धर्म और नैतिकता के प्रसार के लिए अपनी प्रस्तुतियों को पत्थरों पर लिखवाकर संदेश प्रसारित किया और अपने साम्राज्य को धर्मिक और सामाजिक सुधार के लिए संवेदनशील बनाने का प्रयास किया।
मौर्य वंश का अस्तित्व लगभग 300 ईसा पूर्व तक रहा, जब ये संघर्ष और भूखंडों के भेदभाव के कारण अस्थायी रूप से समाप्त हो गया। फिर उत्तर भारत में गुप्त साम्राज्य की स्थापना हुई, जो मौर्य साम्राज्य के बाद भारत में एक नए साम्राज्य का आरंभ करेगा।